जब कभी-कभी हम असमंजस में पड़ जाते हैं कि भगवान है कि नहीं है, क्योंकि कभी-कभी हमें बहुत अच्छे कर्म करने के बावजूद भी फल अच्छा नहीं मिलता तब हमारे मन को बहुत ठेस लगती है और लगता है कि इस दुनिया में धर्म , ईश्वर जैसा कुछ भी नहीं है। इन्हीं भावों को इस कविता में उतारने की कोशिश की गई है। आशा है आपको अनुप्रिया द्वारा लिखित यह कविता भगवान पर कविता | Poem on God in Hindi 2024-“राह गलत या गलत कहीं मैं” अवश्य पसंद आएगी।
भगवान पर कविता हिंदी में
Best Poem on God in Hindi 2024
ईश्वर भक्ति पर हिंदी कविता
भगवान पर कविता-
राह गलत या गलत कहीं मैं
thank you god poem in hindi
ईश्वर की भक्ति विभिन्न रूपों में व्यक्त हो सकती है, जैसे पूजा, प्रार्थना, ध्यान, सत्संग और धर्म के अनुसार आचरण। यह हमें सच्चे सुख, आनंद और शांति का अनुभव कराती है, चाहे हम व्यस्त जीवन में हों या कठिनाइयों का सामना कर रहे हों।
Hindi Poem on God
(ईश्वर पर कविता)
Raah galat ya galat kahin mai
भगवान के प्रति आदर, आत्म-समर्पण और निःस्वार्थ भावना के माध्यम से हम ईश्वर के साथ एकता महसूस करते हैं। कभी-कभी भक्ति कविताओं को पढ़कर भी ईश्वर के साथ जुड़ाव महसूस कर सकते हैं।