- दर्द भरी बेवफा शायरी इन हिंदी
- लड़कियों के लिए बेवफा शायरी
- Best Bewafa Shayari status
- टूटे हुए दिलों के लिए बेवफा शायरी
- Dard bhari Bewafa Shayari
- बेवफा शायरी
- बेवफाई शायरी
- Sad Bewafa Shayari
दिल टूटने वाली बेवफा शायरी| Heart Breaking Bewafa Shayari
नई बेवफा शायरी- मौज में
मौज में हूं किस्मत के लिखे फैसलों सेउल्फत भी मैं अपने-आप से किया करता हूं
वफा का नाम जपने वाले ही अक्सर बेवफा होते हैं
आपकी किस्मत में दर्द लिखकर खुद रफा-दफा होते हैं
Wafa Ka Naam japne wale hi Aksar Bewafa Hote Hain
Aapki kismat mein Dard likhkar khud rafa- dafa Hote Hain
केवल तेरे ठुकरा देने से हम नहीं पछताएंगेतुमसे इश्क करने आए थे, इश्क करके जाएंगे
चलो दिलचस्प रहा तुमसे प्यार करना भीबेवफाई के सारे फंडे सीख लिए मैंने
सबके चेहरे पर मुस्कुराहट देखने कीआंखों को अब आदत नहीं रहीमायूसी, उदासी से घिर गया हूं इस कदरकिसी के दिल में झांकने की चाहत नहीं रही
आंखों में न जाने कब से रात हुई पड़ी हैलफ्ज़ों के तानों-बानों से बिगड़ी बात हुई पड़ी हैहालात थे खराब या थी फिर से कोई साजिशइसी उधेड़बुन में बरसात हुई पड़ी है
कल तक जो कॉल लॉग में सबसे ऊपर थे
आज उनका ब्लैक लिस्ट में पहला नाम है
कल तलक कहते थे मेरी जान हो तुम
आज वही कहते हैं इश्क करने को तमाम है
kal tak jo call log me sabse upar the
aaj unka black lisṭ me pahala naam hai
kal talak kahate the meri jaan ho tum
aaj wahi kahate hain ishq karane ko tamaam hai
***
लड़कों के लिए बेवफा शायरी
मुझसे ऐसे क्यों रूठ गई
मुझसे ऐसी क्या खता हुई
तुझको ही ढूंढता फिरता हूं हर तरफ
जब से तुम लापता हुई
Mujhse aise kyun rooth gayi
Mujhse aisi kya khata Hui
Tujhko Hi dhundhta firta hun har taraf
Jab Se Tum lapata Hui
जिंदगी कब तक नवफा करेगीआज नहीं तो कलजख्मों को सारे सफा करेगी
बेवफा शायरी दिल टूटने वाली
कितनी अजीब होती है यह मोहब्बत भीबेवफाई में तो रुलाती ही हैवफा करने पर भी कम नहीं रुलाती
प्याला टूटा, जाम बिखरादिल टूटा,आशिक निखरा
अब तो दिल में सिर्फ दर्द ही दर्द रह गया हैभूलता ही नहीं, वह बेवफा हमदर्द रह गया है
तेरे जाने के बाद बड़ी मुश्किल से जी पाया हूंजा बेवफा, अब जा कर के खुद से वफा कर पाया हूं
मोहब्बत गलत इंसान से की थीया फिर मोहब्बत करना ही एक गलती थी
हालातों को जाने बिना, अलविदा कह दियाहाल न जाना दिल का, बेवफा कह दिया
भले थोड़ी मगरूर थीपर तुम ही तो मेरा गुरूर थीमैं तुम्हारे लिए कुछ था या नहींमगर हां तुम मेरी जान जरूर थी
अपनी अदालत लगाकरगवाह बदल लिएबेवफाई के इल्जाम लगाएऔर चुपचाप निकल लिए
टूटे हुए दिलों के लिए बेवफा शायरी
जिंदगी की राह में कई मोड़ आएंगेकुछ को चले जाएंगे, कुछ को छोड़ आएंगेतुम नहीं मिलना फिर कभी मेरी डगर परवरना उस डगर के सारे नगर तोड़ आएंगे
आंसू भी पी लेंगे, जख्म भी सह लेंगेतू जहां जाती है जा, तेरे बिन रह लेंगे
हमने तो बस एक सपना देखा थासपने में होते हुए तुम्हें अपना देखा थाहमें तो टूट कर बिखरना ही थाकिसी और के नाम को जो तुमको जपना देखा था
दर्द से आंखें नम होती हैंकौन कहता है?कि जहां में बेवफा कम होती हैं
फरेबी थे या फिर थोड़े बेतरतीब थेहम तो मोहब्बत में थे और वह हमारे रकीब थे
वो जबरदस्ती मेरी जिंदगी में होने का दावा करते हैंभाव नहीं देते और प्यार करने का दिखावा करते हैं
तेरे जाने के बाद दिल में तेरा ही ख्याल आता हैजाने क्यों तुम बेवफा हुए,बस दिल में यही सवाल आता है
तेरी वफा ने मुझे दगा दे दियाअरी जा! मैं भी बेवफा हो गया
कमजोर रिश्ते पर प्यार का नाम कब तक लिखते रहोगेछोड़ो भी अपनी वफा के अल्फाज, कब तक लिखते रहोगे
बेवफाई में अक्सर दिल खाक हो जाया करते हैंधुंआ दिखता नहीं, मगर राख हो जाया करते हैं
उसने तो हमेशा दिल पर चोट पहुंचाईजाने क्यों उनसे मोहब्बत किया करते थेइश्क का जुनून ही था सर पर यारोंकि घाव देने वाले से भी शराफत किया करते थे
कहने को तो वह अनजान बहुत है
मेरे अंदर भी शकों का तूफान बहुत है
सस्ते में लूट लेती है दुनिया आखिर में उन्हें ही
जिनमें सादगी, वफादारी,ईमान बहुत है
बिछड़ते वक़्त जानामेरा आखिरी सलाम लेते जानामुझ जैसा कहीं मिलेगा नहींये आखिरी पैगाम लेते जाना
जुबां पे नरमीपाखंडी बड़ा हैअपने पे आ जाएतो बरगंडी बड़ा हैचेहरे से मासूमसाजिश बड़ी हैबेबाक आंखेंदिल घमंडी बड़ा है
दोस्ती में धोखा, इश्क में बेवफाईया खुदा तूने मेरी ही किस्मत कैसी बनाईएक मेरा यार था, एक मेरा प्यार थाआज यार की प्यार से होने वाली है सगाई
सोचा न था कि मोहब्बत भी एक दिन पराई हो जाएगीमेरे आंखों के सामने किसी और से सगाई हो जाएगीबहुतों ने कहा कि बहुत आसान होता है किसी को भूल जानाभला उन्हें क्या पता कि मेरी जान की ही मुझसे जुदाई हो जाएगी
तनहाइयों में बैठकर मुझे ही सोच रही होगी
वो बेवफा निकली, तो क्या हुआ
इतना तो यकीन है अपने इश्क पर
मुझसे बिछड़कर मुझसे ही मिलने की सोच रही होगी
वो बेवफा निकली, तो क्या हुआ
इतना तो यकीन है अपने इश्क पर
मुझसे बिछड़कर मुझसे ही मिलने की सोच रही होगी
मैं गलत थी जिंदगी मेंआपने बता दियाबुराइयां ढूंढने का शौक है आपकोआपने जता दिया
कभी जाकर देखना वफादारों के शहर मेंहर तरफ बेवफाई का आलम मिलेगाचाहत के सौदे सरेआम होंगे‘Trust Me’ का बड़ा-बड़ा कॉलम मिलेगा
Har taraf Bewafai Ka Aalam milega Chahat ke saude sare aam honge
‘Trust Me’ ka bada-bada column milega
अपने दिल की दर्द- ए-ग़ज़ल कभी फिर सुनाएंगेबेवफाई का गीत अपने होठों पर फिर सजाएंगेयह दिल तोड़ने वाले हैं, मासूम परिंदे नहींजो आसमान नापकर वापस घर को लौट आएंगे
जिंदगी बनकर जिंदगी छीन लेते हैंफिर कहते हैं‘प्यार की कीमत’ तुम क्या जानो बाबू
किस्मत से बुरा वक्त भी चला जाएगाज़रा इत्मीनान रखोतुम्हारी जिंदगी से यह नाचीज चला जाएगायकीन मेरी जान रखो
जो खुद बेवफा है, वह भला जवाब देंगे क्यालफ्ज़ जिसमें वफा हो, ऐसी किताब देंगे क्याजिंदा ही मार देते हैं ऐसे सिरफिरे आशिकतुमसे तुम्हारी की गई मोहब्बत का हिसाब देंगे क्या
इजहार करूंगां,इकरार करूंगासिर्फ एक दो से नहींहजारों से प्यार करूंगा
हम कब तक इश्क में हाय-तौबा करते रहेंगेबड़ा परेशान सा कर रखा है तेरी यादों ने
हरी- भरी वादियां, खुला आसमान पसंद है
ऊंची इमारतें नहीं, मुझे मेरा गांव पसंद है
शहर की चकाचौंध की धूप में बहुत झुलसा लिए दिल
पीपल तले अपनों की मोहब्बत की छांव पसंद है
Hari bhari vadiyan, khula Aasman pasand hai
Unchi imaraten nahin, mujhe Mera gaon pasand hai
Shahar ki Chaka Chaundh ki dhup mein bahut Jhualsa liye dil
Pipal tale apnon Ki Mohabbat Ki chah pasand hai
***
टूटे हुए दिलों के लिए बेवफा शायरी
तेरी खामोशी भी आकर बोल जाती हैरह-रह के मुझको टटोल जाती हैदफन कर रखे थे जो दर्द दिल की तहों के भीतरएक-एक करके उनको आकर खोल जाती है
काश कि पूछ लिया होता कि प्यार है या सिर्फ दोस्तीकम से कम तू मेरी नजर में बेवफा नहीं होता
अक्सर की जाने वाली बेवफाई सेपरेशान हूं मैंअजी छोड़ो भी यहइश्क-विश्क का चक्करकब तक इसमें फंसता रहूंगाआखिर इंसान हूं मैं
सांसे बेहिसाब लिख दी है
खुदा ने मेरी…
कभी न पढ़ने वाली
किताब सी जिंदगी रख दी है
खुदा ने मेरी
Saanse behisab likh Di Hain
Khuda ne Meri ….
Kabhi Na padhne wali
kitaab si jindagi rakh Di Hai
Khuda ne Meri ….
***
Sad Bewafa Shayari
जब ज़िन्दगी में किसी अपने की कमी महसूस होती हैधड़कनों को भी गर्म सांसो में नमी महसूस होती है
तेरे बाद भीतुझ जैसा हीढूंढता हूंमेरी आंखेंमेरा दिलन जाने क्योंतुझसे हीवफा करता हैंआज भी
कितनी खुश है मुझसे बिछड़कर आज वहजो मेरे लिए सबसे बिछड़ने को तैयार थी कल तलककहती थी बेवफाई न करना, मर जाएंगेमेरे प्यार में मरने को भी तैयार थी कल तलक