शिव, शंकर,महादेव, भोलेनाथ, नीलकंठ, महाकाल इत्यादि अनेकों नामों वाले भगवान शिव के करोड़ों भक्त हैं। यहां पर भगवान शिव शंकर भोलेनाथ पर कविता | महादेव शायरी Shiv Shankar Bholenath Kavita, Mahadev Shayari, Bhagwan Shiv per Kavita, भगवान शिव पर कविता, बम बम भोले शायरी, हर हर महादेव शायरी, महाशिवरात्रि स्पेशल शायरी आदि दिए गए हैं।
भगवान शंकर को समर्पित इन शायरियों और कविताओं को आप अवश्य पढ़े और अपने अनमोल विचार कमेंट कर अवश्य बताएं।
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महाशिवरात्रि स्पेशल शायरी
जहां में नफे-नुकसान के
कायदे बहुत हैं
रब की शरण में रहकर देख बंदे
यहां फायदे बहुत हैं
Jahan main nafe-nuksan ke
kayde bahut hain
rabb ki Sharan mein rahakar dekh bande yahan fayde bahut hain
शिव -शंकर, भोलेनाथ ,महादेव भगवान की भक्ति पर हिंदी शायरी/ स्टेटस/कोट्स
पुराणों में लिखित है “हर अनंत हरि कथा अनंता”अर्थात् परमात्मा अनंत है, न तो उसका आदि है न ही अंत। हिंदुओं के 33 करोड़ देवी देवताओं में सबसे प्रमुख स्थान भगवान शिव का है।
शिव पुराण के अनुसार भगवान शिव के 1008 नाम माने जाते हैं। शिव-शक्ति एक दूसरे के पूरक हैं। शक्ति के बिना शिव अपूर्ण हैं। महाशिवरात्रि हिंदुओं का प्रमुख त्योहार है जिसकी मान्यता है कि इसी पावन दिन पर भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। यह भी कथा प्रचलित है कि इसी दिन भगवान शिव ने तांडव नृत्य करके अपना तीसरा नेत्र खोला था और संपूर्ण ब्रह्मांड को अपने नेत्र की ज्वाला से समाप्त कर दिया था। शिव संघारक है तो परम कल्याणकारी भी हैं। वे तो देवाधिदेव हैं जिनके स्मरण मात्र से ही संपूर्ण दुख नष्ट हो जाते हैं और इतने भोले हैं कि सिर्फ एक लोटे जल मात्र से ही खुश हो जाते हैं। ‘ओम नमः शिवाय’ के पंचाक्षर मंत्र में तो संपूर्ण शक्ति निहित है। कहते हैं कि सोमवार का दिन भगवान भोलेनाथ की पूजा आराधना का सबसे उत्तम दिन है। भगवान शंकर के गले में सर्प, मस्तक पर चंद्रमा,जटा में गंगा, हाथ में त्रिशूल और डमरू और साथ में गौरी, गणेश, कार्तिकेय और नंदी जी हैं।
महादेव शायरी हिंदी
कोई तो है जो सबका नसीब लिखता होगा
किसके मुकद्दर में क्या है गिनता होगा
किसे काबिल बनाना है और किसे कर देना है खाक
खाता खोल सबके फैसले पढ़ता होगा
Koi to hai Jo sabka Naseeb likhta hoga
kiske mukaddar me kya hai ginta hoga
kise kabil banana hai aur kise kar dena hai khak
khata khol sabke faisle padta hoga
बम बम भोले शायरी
बम बम भोले
शिव का हो ले
Bam bam bhole
Shiv ka ho le
हर हर महादेव शायरी हिंदी
जिसने भी बम बम बम बम बोला
उसका आसन कभी न डोला
Jisne bhi bam bam bam bam bola
Uska aasan kabhi Na dola
कांटो के बीच रखकर भी
दामन फूल का कभी
नुकीला होने नहीं देता
दुनिया है जो मेरे आंसुओं को
सूखने नहीं देती
और मेरा रब है जो मुझे
गीला होने नहीं देता
Kanton ke bich rakhkar bhi
Daaman phool ka kabhi
Nukeela hone nahin deta
duniya hai Jo mere aansuon ko
Sukhne nahin deti
aur mera rab hai Jo mujhe
Gila hone nahin deta
ऊं (ओम ) पर दो लाइन की भक्ति शायरी
ओम नमः शिवाय
दूजा नहीं सहाय
Om namah Shivay
duja Nahin Sahay
भगवान शिव शंकर भोलेनाथ पर कविता
भगवान शिव अनादि हैं, अनंत हैं। इनका न कोई ओर है, न ही कोई छोर। त्रिदेवों में इन्हें संहारक माना गया है। सनातन धर्म प्रतीक शिव, देवों के देव महादेव के नाम से भी जाने जाते हैं। शंकर, महेश, रुद्र, भोलेनाथ, नीलकंठ, गंगाधर, जटाधारी, उमानाथ इत्यादि कितने ही नामों से इन्हें शोभित किया गया है । शिव कल्याणकारी हैं यद्यपि लय और प्रलय दोनों ही इनके अधीन हैं। कैलाश पर्वत पर विराजमान शिव के गले में नाग देवता,हाथों में डमरू- त्रिशूल, मस्तक पर चंद्रमा और जटाओं से गंगा प्रवाहित होती हुई मानी जाती है। शिव की अर्धांगिनी शक्ति अर्थात पार्वती हैं। शक्ति के बिना शिव, शव के समान है। नंदी बैल को भगवान शिव का एक पवित्र वाहन माना गया है। शिव योग और वैराग्य के देवता हैं तो जगत- पिता भी। सृष्टि के संहारकर्ता हैं तो शांति स्थापक भी। सुर- असुर, पशु-पक्षी, मानव, गंधर्व सभी के द्वारा पूजित हैं । देखा जाए तो संपूर्ण सृष्टि ही शिवमय है। कहा जाता है कि श्रावण मास में की गई शिवार्चना से मनुष्य के सभी दुखों का शमन होता है और दैहिक, दैविक और भौतिक तापों का नाश होता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार श्रावण के महीने में ही माता पार्वती ने तपस्या करके भोलेनाथ को प्रसन्न किया और उन्हें पति रूप में प्राप्त किया था। दूसरी मान्यता है कि समुद्र मंथन के समय निकले हलाहल विष को पीने से भगवान भोलेनाथ के गले में हो रही जलन को शांत करने के लिए सभी देवताओं ने मिलकर भगवान शिव का जलाभिषेक किया। तभी से लोग इस मास में दूध, दही, घी, शहद, गन्ने के रस और बिल्वपत्र से भगवान भोलेनाथ का अभिषेक कर उन्हें प्रसन्न कर उनका आशीर्वाद ग्रहण करते हैं। कहा जाता है ऐसा करने से भक्तों पर भगवान भोलेनाथ और माता की असीम अनुकंपा बनी रहती है।
आइए हम सभी मिलकर इस गीत के द्वारा भगवान शिव का मानसिक अभिषेक करें और उनका असीम आशीर्वाद प्राप्त करें।
शिव स्तुति-कविता
Bhagwan Shiv Shankar Bholenath per Kavita
जय कालजयी अभ्यंकर भोलेनाथ की
जय उमापति मेरे शंकर दीनानाथ की।
जय चंद्रचूड़ प्रभाकर यतिनाथ की।
जय नीलकंठ नटनागर गौरीनाथ की।।
तुम ज्ञान- मुक्ति के स्रोत, मेरे मुक्तेश्वर हो
तुमसे कण-कण है ओत-प्रोत, अखिलेश्वर हो
तुम सत्यम शिवम सुंदरम, मेरे विश्वेश्वर
तुझको भजता तन, मन रमता हे महेश्वर
शत-शत नमन हे तुमको त्रिलोकीनाथ है
तीर्थों के तीर्थ शुभंकर तुम्हें प्रणाम है।।
जय नंदीश्वर शिवशंभु भूतनाथ की।
जय पूर्णेश्वर वृषकेतु भद्र गणनाथ की।।
जय कालजयी अभ्यंकर भोलेनाथ की।
जय उमापति मेरे शंकर दीनानाथ की।।
तुम दक्षाध्वरहर पूषदंतभित अव्यक्त हो
तुम विश्वेश्वर भगनेत्रभिद् अनंत हो
तुम पाशविमोचन खंडपरशु हो त्रयीमूर्ति
तुम मृत्युंजय जगद्गुरु मेरे प्रजापति
शशिशेखर कृपानिधि का सर पर हाथ है
चंद्रमौलेश्वर कैलाशी मेरे साथ हैं।।
जय अनीश्वर त्र्यंबकम पशुपतिनाथ की।
जय परमेश्वर गरलधर सिद्धनाथ की।।
जय कालजयी अभ्यंकर भोलेनाथ की।
जय उमापति मेरे शंकर दीनानाथ की।।
अजर अमर अविनाशी डमरू वाला है
यह प्रलय का कर्ता मंगल भी करने वाला है
पीड़ा हरता रहता सुर -असुरों की हरदम
यह तो कीचड़ में भी कमल खिलाने वाला है
यह प्रलयंकर तो अनाथों का भी नाथ है
मेरे अंदर अपरंपार आदिनाथ है।।
जय लोकेश्वर ज्योतिर्मय अंबिकानाथ की।
जय योगेश्वर महाकांत प्रथमनाथ की।।
जय कालजयी अभ्यंकर भोलेनाथ की।
जय उमापति मेरे शंकर दीनानाथ की।।
हे शेष, अशेष, प्रशेष, विशेष नमस्तुभ्यं
हे महाकाल शंभू महेश नमस्तुभ्यं
देवों के देव वामदेव निशेष नमस्तुभयम
हे स्वरमयी सूक्ष्मतनु उमेश नमस्तुभ्यं
यह मारक तारक अव्यय पशुपतिनाथ हैं
ये क्षेमंकर जगतनियंता प्राणनाथ हैं।।
जय नटराजेश्वर बर्फानी उमानाथ की।
जय सिद्धेश्वर दुखहारी विश्वनाथ की।।
जय कालजयी अभ्यंकर भोलेनाथ की।
जय उमापति मेरे शंकर दीनानाथ की।।
.......... 'अनु-प्रिया'
Jai ho
jay kaalajayii abhyankar bholenaath kii
jay umaapati mere shankar diinaanaath kii.
jay chandrachuud prabhaakar yatinaath kii.
jay niilakanṭh naṭanaagar gowriinaath kii..
tum jñaan- mukti ke srot, mere mukteshvar ho
tumase kaṇ-kaṇ hai ot-prot, akhileshvar ho
tum satyam shivam sundaram, mere vishveshvar
tujhako bhajataa tan, man ramataa he maheshvar
shat-shat naman he tumako trilokiinaath hai
tiirthon ke tiirth shubhankar tumhen praṇaam hai..
jay nandiishvar shivashambhu bhuutanaath kii.
jay puurṇeshvar vṛshaketu bhadr gaṇanaath kii..
jay kaalajayii abhyankar bholenaath kii.
jay umaapati mere shankar diinaanaath kii..
tum dakshaadhvarahar puushadantabhit avyakt ho
tum vishveshvar bhaganetrabhid anant ho
tum paashavimochan khanḍaparashu ho trayiimuurti
tum mṛtyunjay jagadguru mere prajaapati
shashishekhar kṛpaanidhi kaa sar par haath hai
chandramowleshvar kailaashii mere saath hain..
jay aniishvar tryambakam pashupatinaath kii.
jay parameshvar garaladhar siddhanaath kii..
jay kaalajayii abhyankar bholenaath kii.
jay umaapati mere shankar diinaanaath kii..
ajar amar avinaashii ḍamaruu vaalaa hai
yah pralay kaa kartaa mangal bhii karane vaalaa hai
piidaa harataa rahataa sur -asuron kii haradam
yah to kiichad men bhii kamal khilaane vaalaa hai
yah pralayankar to anaathon kaa bhii naath hai
mere amdar aparampaar aadinaath hai..
jay lokeshvar jyotirmay ambikaanaath kii.
jay yogeshvar mahaakaant prathamanaath kii..
jay kaalajayii abhyankar bholenaath kii.
jay umaapati mere shankar diinaanaath kii..
he shesh, ashesh, prashesh, vishesh namastubhyam
he mahaakaal shambhuu mahesh namastubhyam
devon ke dev vaamadev nishesh namastubhayam
he svaramayii suukshmatanu umesh namastubhyam
yah maarak taarak avyay pashupatinaath hain
ye kshemankar jagataniyantaa praaṇanaath hain..
jay naṭaraajeshvar barphaanii umaanaath kii.
jay siddheshvar dukhahaarii vishvanaath kii..
jay kaalajayii abhyankar bholenaath kii.
jay umaapati mere shankar diinaanaath kii..
‘Anu-priya’
महादेव शायरी हिंदी 2023
शक्ति ओंकार की
अद्भुत है प्रचंड है
उर में जिनका वास,
वो बाबा नीलकंठ है
त्रिकाल महाकाल महादेव
तारणहार हैं
कण- कण का स्वामी
वह अजन्मा, वह अखंड है
shakti omkaar ki
adbhut hai, prachanḍ hai
ur men jinka vaas,
vo baba neelakanṭh hai
trikaal, mahakaal, mahadev
taaraṇhaar hain
kaṇ- kaṇ ka swami
vah ajanma, vah akhanḍ hai
Mahadev Shayari Hindi 2 Line
हंकार को पीने वाले की
बस इतनी कहानी है
उसके भोलेपन पर ही तो
पूरी दुनिया दीवानी है
Ahankar ko peene Wale Ki
bus Itni kahani Hai
Uske bholepan per hi to
Puri duniya deewani Hai
शंकर नाम भभूति को
लीजो माथ लगाए
यह असली श्रृंगार है
भक्तन दियो बताए
shankar naam bhabhuuti ko
leejo maath lagaye
yah asali shringaar hai
bhaktan diyo bataye
कैलाश लगा दरबार
जटा में गंगधार
डमरु की झंकार
सर्पों का श्रंगार
प्रिय बिल्वपत्र मदार
संग गौरी, गणेश, कुमार
लीला अपरंपार
कर देते भवसागर पार
मेरे शिव का रूप अपार
प्रभु जी सेवा करो स्वीकार
kailaash laga darbaar
jaṭa me gangdhaar
ḍamaru ki jhankaar
sarpon ka shrangaar
priya bilvapatr madaar
sang gowri, gaṇesh, kumaar
lila aparampaar
kar dete bhavsaagar paar
mere shiv kaa roop apaar
prabhu ji seva karo sweekar
भोले बाबा शायरी हिंदी 2 लाइन
ॐ सबसे बड़ा जाप है
इसके तो नाम में ही प्रताप है
ॐ sabse bada Jaap hai
Iski to naam mein hi Pratap hai
मैं जहां कहीं भी रहूं भोले को मेरी खबर रहती है
सर पर हाथ हो उनका गर, सारी बद्दुआएं बेअसर रहती है
Main Jahan kahin Bhi rahun
Bhole ko meri khabar rahti hai
Sar per hath Ho unka Gar
sari badduaaen beasar rahti Hain
महाशिवरात्रि स्पेशल भक्ति शायरी
जयकारा हर हर महादेव का
महायोगी आशुतोष देवाधिदेव का
Jaikara har har Mahadev ka
Mahayogi Ashutosh devaadhidev ka
Best Mahakal shayari in Hindi
कालों के भी काल
गले मुंडमाल
रूप जिनका विकराल
अद्भुत मेरे महाकाल
Kaalon ke Bhi kaal
Gale mundMal
Roop jinka vikaral
Adbhut Mere Mahakal
..... 'अनु-प्रिया'